
रक्षाबंधन,कब है और सही तिथि और शुभ मुहूर्त कब है : वैदिक पंचांग के अनुसार 24 साल बाद अम्रत योग बन रहा है जिसका ज्योतिष मे विशेष महत्व है इस दुर्लभ योग के कारण रक्षा बंधन का त्यौहार और भी ज्यादा खास होने वाला है रक्षाबंधन,कब है और सही तिथि और शुभ मुहूर्त कब है : पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन का पर्व हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन ही लिकिन इस साल पूर्णिमा दो दिन 11 को भी 12 को भी मनाया जाएगा भाइयो और बहनो के लिए यह त्यौहार बेहद खास होता है इस वर्ष इस तिथि को दो दिनों मे विभाजित किया गया है | भादोँ की भी छाया है| ऐसे मे राखी बाँधने की तरीका और समय को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है | राखी 11 अगस्त को मनानी चाहिए या 12 अगस्त को | पंचग या कलेडार तो 12 अगस्त को ही बात रहे है नही तो आप आपने पंडित जी से पूछ सकते है जो हमे जानकारी मिली है तो आप को बता देते है |
जानिए राखी बाँधने का शुभ मुहूर्त
पचाग के अनुसार रक्षा बंधन पर दोपहर के 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा | अभिजीत मुहूर्त से बेहतर कोई मुहूर्त नही है इसीलिए 53मिनट के इस शुभ मुहूर्त मे राखी बांधी जा सकती है | वैदिक पंचांग के अनुसार दोपहर 11 बजे बिजय काल 02:39 मिनट तक रहेगा | 53 मिनट के इस शुभ मुहूर्त मे आप राखी बांध सकती है | 11 तारीख की शाम 06:54 से 08:21 मिनट तक अम्रत कल रहेगा | 01घन्टे 25 मिनट के इस शुभ मुहूर्त मे आप भाई की कलाई पर राखी बांध सकतीं है |

राखी बाँधते समय दिशा का ध्यान रखे
राखी बाँधते समय भाई -बहन को दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए | भाई को राखी बाधते समय बहन का मुख दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए| वही भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए

भादो मे क्यों नही बांधी जाती है राखी ?
रक्षा बंधन पर अपने भाइयो को राखी क्यों बांधती है लेकिन भादो मे राखी बंधना वर्जित माना जाता है | एसा इसलिए है क्योकि लका का राजा की बहन ने भी भदकाल मे रावण को राखी बांधी थी, जिससे रावण का नाश हुआ था |

राखी बाँधते समय सिन्दूर का न लगाए टिका
रक्षा बंधन पर बहने हमेशा अपने भाई को तिलक लगाती है | रोली का प्रयोग तिलक लगाने के लिए भी किया जा सकता है | चूँकि सिन्दूर को शहद का प्रतीक माना जाता है इसलिए इस दिन तिलक लगाते समय बहनों को विशेष ध्यान रखना चाहिए चंदन का तिलक भाग्य को बढ़ता है

राखी बंधाते समय थाली मे रखे ये चीजे
बहन ,भाई के सुख -समृधि के लिए राखी बंधती है | एसे मे राखी बाँधते समय थाली मे कुछ खास चीज जरुर होनी चाहिए| आइए जानते है क्या है वो चीजे –
राखी बाँधते समय थाली मे जो सबसे पहली चीज होनी चाहिए वह है अक्षत यानी चावल | हिन्दू धर्मा मे मन्यता के अनुसार अक्षत पूर्णता का प्रतीक है और भाई की लबी उम्र के लिए तिलक करते समय अक्षत लगाया जाता है गागा जाल होना चाहिए फूल होना चाहिए
थाली मे दूसरी महत्वपूर्ण वास्तु दीपक होना चाहिए | एसा माना जाता है की दीपक जलाने से नकारात्मक उर्जा समाप्त हो जाती है राखी बांधने के बाद भाई की आरती करने से उसके आसपास की नकारात्मक उर्जा हट जाती है

रक्षाबधन पर जरुर करे इस मत्र का जाप
